सामाजिक एवं राजनीतिक गतिविधियां
: ललित
नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के चंद्रधारी मिथिला विज्ञान
महाविद्यालय, दरभंगा में रसायन शास्त्र के प्राचार्य के
रूप में कार्यरत । ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय
(सेवा) शिक्षक-संघ एवं बिहार राज्य विश्वविद्यालय (सेवा)
शिक्षक महासंघ में महासचिव के रूप में कार्यरत साथ ही ललित
नारायण मिथिला विश्वविद्यालय एवं कामेश्वर सिंह दरभंगा
संस्कृत विश्वविद्यालय में दस वर्षों तक अभिषद में
निर्विरोध निर्वाचित सदस्य वर्तमान में अभिषद सदस्य एवं
विश्वविद्यालय के विभिन्न समितियों के सदस्य के
रूप में शिक्षिकों एवं कर्मचारियों की समस्या के निदान
हेतु सतत् प्रयासरत । छात्र जीवन से छात्र संघों के
चुनावों में एन.एस.यू.आई. के बैनर तले सक्रिय रहा । वर्ष
1990 से 2002 तक दरभंगा नगर निगम के पार्षद रहा । अखिल
भारतीय कांग्रेस पार्टी के सदस्य के रूप में सामाजिक तथा
राजनीतिक कार्यों में सक्रिय योगदान । प्रथमवार दरभंगा
स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से 29 मार्च, 2007 को बिहार
विधान परिषद् के सदस्य के रूप में निर्वाचित एवं दूसरी
बार पुन: 7 मई, 2014 को सदस्य के रूप में निर्वाचित ।
विशिष्ट उपलब्धि
वर्ष 2012 ई. में पर्यावरण रसायन विषय पर
पुस्तक का प्रकाशन एवं वर्ष 2013 ई. में विश्वविद्यालय
शिक्षक के रूप में रसायन विज्ञान विषय पर ल.ना.मि.वि.वि.
की ओर से प्रतिनिधित्व करने हेतु जापान के नरिता शहर में
आयोजत अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में भाग लेने हेतु जापान की
यात्रा की ।